खुलकर हँसता है अक्षर, और मीरा बस देखती है उसकी बच्चों जैसी हंसी। एक पल सोचती भी है, उंग खुलकर हँसता है अक्षर, और मीरा बस देखती है उसकी बच्चों जैसी हंसी। एक पल सोचती भी ...
भगवान् के घर देर है अंधेर नहीं है भगवान् के घर देर है अंधेर नहीं है
एक टुकड़ा कलाकन्द लाकर उनके सामने रख दिया, और उन्हें चुपचाप खाते देखता रहा। एक टुकड़ा कलाकन्द लाकर उनके सामने रख दिया, और उन्हें चुपचाप खाते देखता रहा।
अच्छा मैं सामान ली लिस्ट बना देती हूँ तब तक तुम मेरे लिये एक कप बढ़िया सी चाय बनाकर ले आ अच्छा मैं सामान ली लिस्ट बना देती हूँ तब तक तुम मेरे लिये एक कप बढ़िया सी चाय बना...
पाठक अध्याय पूरा किए बिना उपन्यास छोड़ ही नहीं सकता ! पाठक अध्याय पूरा किए बिना उपन्यास छोड़ ही नहीं सकता !
“ठीक है। पर तू कर क्या रहा है इतनी देर से यहाँ बैठा बैठा ? “ठीक है। पर तू कर क्या रहा है इतनी देर से यहाँ बैठा बैठा ?